धन एवं पुत्रादि के लिए ऊपर लिखित विधि से भगवान शिव का पूजन करें।
2.
कहीं कोई लिखित विधि किसी लोहार के पास नहीं थी कि कैसे लोहा गलाया जाता था।...
3.
कहीं कोई लिखित विधि किसी लोहार के पास नहीं थी कि कैसे लोहा गलाया जाता था।
4.
अमेरिका में यह इतना लोकप्रिय हो गया है कि बड़ी फैक्ट्रियाँ इन विमानों के सारे अंगों तथा उपांगों का बहुनिर्माण करती हैं, और फिर पूरे विमान के ‘ किट ' (अंगों-उपांगों आदि का समुच्चय) और साथ ही उसके समुच्चयन (बनाने) की पूरी लिखित विधि भी बेचती हैं।
5.
पूर्व लिखित आसन के अनुसार ही हाथों और पांवों के हेर-फेर से तथा नाक को घुटनों पर अथवा घुटनों के आगे लगाने से इसके चार प्रकार होते हैं, उनको पूर्व लिखित विधि के अनुसार ही करना चाहिए, इससे पहला आसन खड़ा होकर किया जाता है, जबकि यह बैठकर किया जाता है।